बुधवार, 4 मार्च 2009

ताज़ा समाचार

कुछ दिन में ये समाचार भी आ जाएगा
मेरा दोस्त था जो कभी वो मुझको ही खा जाएगा
उससे हसरत थी मुझे कभी भाई सी
लोटते वक़्त वो मेरा कफ़न भी जला जाएगा
मेरा हिस्सा था कभी जो इस दुनिया में
वो अपनी आंधी मैं सबको बहा जाएगा
अब न पहुचेगी पुरवाई दिल की उस तक
पुरी दुनिया मैं वो आग लगा जाएगा
कितने धोखे खाए हैं मेरे दिल ने उससे
''सैफ'' उसको भी सबक आज दिया जाएगा
आज कल के ताज़ा हालत पर

कुछ नया सा ।

कुछ नया सा है तजरुबा मेरा दूर का सही तू आशना मेरा । हाल ऐ दिल पूछते हो मेरा  दिन तुम्हारे तो अंधेरा मेरा । कुछ रोशनी कर दो यहां वहां कई बार ...