मंगलवार, 30 जून 2020
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कुछ नया सा ।
कुछ नया सा है तजरुबा मेरा दूर का सही तू आशना मेरा । हाल ऐ दिल पूछते हो मेरा दिन तुम्हारे तो अंधेरा मेरा । कुछ रोशनी कर दो यहां वहां कई बार ...
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तुम्हे कुछ याद तो होगा ? शायद...... ये सवाल है या जवाब ? हो सकता है ..... क्या ? ये मैं नहीं जानता..... मैं समझा नहीं ? आप सवाल बहुत करते है...