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शुक्रवार, 19 जून 2009

कुछ सवाल हैं ?

कुछ सवाल हैं ?


ये किस के लिए ?

माथे की बिंदिया
कानों में झुमके
गालोंकी लाली
आंखों का काज़ल


किस लिए ?

आंखों का शरमाना
होंठों की जुम्बिश
पलकों का झुक जाना
दिल का घबराना


कौन देता है ?

चलने की अदा
बातों में शरारत
पलकों की नज़ाकत
आंखों में क़यामत


क्या जानते हो ?

आंखों के सवाल
होंठों के ज़वाब
इशारों की भाषा
महकता शबाब


कैसी होती है ?

अधूरी रात
खामोशी में बात
सन्नाटे में हवा
अनसुलझे सवालात


क्यूँ होती है ?

बेचैन रूह
बेचैन आह
बेचैन जिस्म
बेचैन राह


क्या समझ में आता है ?

धड़कता दिल
महकती साँसें
आंखों का सावन
होंठों की बातें


क्या जानते हो ?

प्यार का अर्थ
प्यार की ज़बान
प्यार की भाषा
प्यार की शान










कुछ नया सा ।

कुछ नया सा है तजरुबा मेरा दूर का सही तू आशना मेरा । हाल ऐ दिल पूछते हो मेरा  दिन तुम्हारे तो अंधेरा मेरा । कुछ रोशनी कर दो यहां वहां कई बार ...