चल देते,
अकेले होते अगर
ज़िन्दगी तेरी,
आर पकड़
रह गये, लोग रह गये
मोड़ पर,
जो गये थे बिछड़
गुनेहगार हूँ मैं
ज़माने तेरा
आज़माले मुझे तू
फिर एक पल
कुछ नया सा है तजरुबा मेरा दूर का सही तू आशना मेरा । हाल ऐ दिल पूछते हो मेरा दिन तुम्हारे तो अंधेरा मेरा । कुछ रोशनी कर दो यहां वहां कई बार ...