शुक्रवार, 23 जनवरी 2009

...............नज़्म....................

आप की दोस्ती दोस्तों
है मेरी ज़िन्दगी दोस्तों
जिनको दुनिया ने आंसू दिए
उनको बांटों खुशी दोस्तों
तुम गले से लगाओ उन्हें
जो करे दुश्मनी दोस्तों
एक अबला को बनके अज़ल
खा गयी मुफलिसी दोस्तों
खिदमते मादरे हिंद से
किसलिए बेरुखी दोस्तों
हैं यकीं कुछ करेगी असर
"सैफ" की शायरी दोस्तों
उस्ताद श्री वीरेंदर कुमार "कंवर" जी के आशीर्वाद से

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