सोमवार, 2 मार्च 2009

ख्वाब

ऐ खुदा ऐसा हो मेरा मकान
जो हो मेरे माँ - बाप की शान
मेरे दिल अज़ीज़ भाइयों की जा
और वहां हो तुम्हारा अलग मुकाम
ये खुदा ऐसा हो मेरे मकान
बजे मन्दिर में घंटियाँ
सबके कानों तक पहुचे अजान
में कहूँ अल्लाहु , तुम्हारे ॐ में छुपे भगवान
एक ही घर में दिखलादें हम
नवरात्रे और रमजान
ऐ खुदा ऐसा हो मेरा मकान

16 टिप्‍पणियां:

अभिषेक मिश्र ने कहा…

अच्छी शुरुआत. स्वागत.

Anonymous ने कहा…

हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है। आशा है आपके बहुमूल्य विचारों से हम लाभान्वित होंगे।

वर्ड वेरिफिकेशन हटा लेने से टिप्पणी देने वाले को असुविधा नहीं होगी

रश्मि प्रभा... ने कहा…

aapki rachna padhkar mera mann romanchit ho gaya....bahut achhi lagi

mark rai ने कहा…

हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है।

Anonymous ने कहा…

आमीन!

बहुत अच्छा.

अनूप शुक्ल ने कहा…

स्वागत है जी!

संगीता पुरी ने कहा…

बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

mastkalandr ने कहा…

Bhai mohd.sarfaraz.., bahut sundar kavita hai
bahut hi pyare vichar..,sab log yadi apne aachran mai ye gun le aaye to hamari duniya jannat ban jayegi.., abhnandan.., mk

शब्दकार-डॉo कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा…

ब्लाग संसार में आपका स्वागत है। लेखन में निरंतरता बनाये रखकर हिन्दी भाषा के विकास में अपना योगदान दें।
रचनात्मक ब्लाग शब्दकार को रचना प्रेषित कर सहयोग करें।
रायटोक्रेट कुमारेन्द्र

anuradha srivastav ने कहा…

उच्च विचार....... आपकी मनोकामना कभी तो पुरी होगी।

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

बहुत सुन्दर...चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है.

Anita B... ने कहा…

This comment has been removed by the author.

Anita B... ने कहा…

hmmm...good luck for more creations!!
or ies kavita ki alag baat hai, jo ki agar vakai log apna lein to baat hi kya hogi..
congrats for gud starting!!

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर ने कहा…

sadhuvad aapko, narayan narayan

ravi ने कहा…

kya bat hai bhidu

subhan allha subhan allha

lage raho bhidu......................................................

रचना गौड़ ’भारती’ ने कहा…

ब्लोगिंग जगत मे स्वागत है
सुंदर रचना के लिए शुभकामनाएं
भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
लिखते रहि‌ए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
कविता,गज़ल और शेर के लि‌ए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
मेरे द्वारा संपादित पत्रिका देखें
www.zindagilive08.blogspot.com
आर्ट के लि‌ए देखें
www.chitrasansar.blogspot.com

कुछ नया सा ।

कुछ नया सा है तजरुबा मेरा दूर का सही तू आशना मेरा । हाल ऐ दिल पूछते हो मेरा  दिन तुम्हारे तो अंधेरा मेरा । कुछ रोशनी कर दो यहां वहां कई बार ...